Not known Facts About bhoot wala kahani

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कहानी से शिक्षा :- हमें कभी अंधविश्वास पर भरोसा नहीं करना चाहिए.. और हर समस्या का समाधान अपनी बुद्धि से करनी चाहिए.. 

यह कहते हुए पहलवान से झगड़ा करने लगता है। 

कहानी से सीख : जल्दबाजी में किया गया है कार्य अधूरा रह जाता है, इसलिए कोई भी कार्य करने से पहले उसे अच्छे से देख-परख लेना चाहिए।

तभी एक आदमी : उस कुएं के पास जाना बहुत खतरनाक है.. वहां लोग जाते ही गायब हो रहे हैं..

क्या वो सच था की तभी मैंने अपने मौसेरे भाई को उस जंगल के किनारे खड़े देखा।

Within the epilogue, Prithvi teaches Meera how you can take in noodles. In a further scene in the mid-credits, a black determine is viewed shifting all around Prithvi's household.

राज और सुनील ने एक बड़े से बंगले की ओर बढ़ते हुए देखा कि वहां एक बड़ा मेला चल रहा था। मेले में भूतों के साथ-साथ जिन्न और चुड़ैलें भी थीं। लोग खुशी-खुशी मेले में भाग ले रहे थे और भूतों की दुनिया में एक अलग ही रंग-बिरंगी दुनिया थी।

घर के अंदर का माहौल बाहर के जैसा भयानक था। छत से जाले लटक रहे थे और हर कदम पर कुछ न कुछ सामान बिखरा परा था। अचानक, गौरब को ऊपर एक आवाज सुनाई दी। उसे लगा की आसपास कोई चल रहा है। गौरब हिम्मत करके ऊपर गया और देखा लम्बी बाल वाली एक औरत सफ़ेद साडी में उसके तरफ आ रही है।

आज इस लेख में हम पढ़ेंगे बच्चों के लिए उपयुक्त भूतों की कहानियां जिसमे आपको बहुत मजा आएगा। यह भूत की कहानी डरावनी नहीं बल्कि साहस से भरी है। 

बेताल पच्चीसी

एक दिन, गौरब के दोस्तों ने उसे गांव की सीमा के बाहर एक पुराने सुनसान घर पर जाने के लिए उकसाया। उनके दोस्तों ने कहा कि उस घर में कई साल पहले मौत हो गई एक महिला की भूत घूमती है। उसने अपने दोस्तों की बात मान ली और उस घर में जाने के लिए राजी हो गया।

आइये हम आपको गोवा के उस सबसे प्रेतबाधित स्थान से रूबरू करवाते है

बुजुर्ग ने मुस्कराते हुए कहा, “राजू, मैं तुम्हें एक विशेष खिलौना बना सकता हूँ, read more लेकिन तुम्हें यह खिलौना सिर्फ रात को ही दिखेगा।” राजू की आंखों में एक उत्साह उमड़ आया।

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